O Ri Duniya Lyrics sung by Piyush Mishra is a Hindi Song from the movie Gulaal. This song is written and composed by multi-talented Piyush Mishra.
In this post, you will find the lyrics and the music video of O Ri Duniya Song featuring K. K. Menon, Mahi Gill, Abhimannyu Singh.
O Ri Duniya Song Details
Song Title | Duniya |
Singer | Piyush Mishra |
Music | Piyush Mishra |
Lyrics | Piyush Mishra |
Featuring | K. K. Menon, Mahi Gill, Abhimannyu Singh |
Music Label | T-Series |
Movie | Gulaal |
Movie Director | Anurag Kashyap |
Release Date | 13 March 2009 |
O Ri Duniya Lyrics in Hindi
ओ री दुनिया
ओ री दुनिया
ओ री दुनिया
हे सुरमई आँखों के प्यालों की दुनिया, ओ दुनिया
सुरमई आँखों के प्यालों की दुनिया, ओ दुनिया
सतरंगी रंगों गुलालों की दुनिया, ओ दुनिया
सतरंगी रंगों गुलालों की दुनिया, ओ दुनिया
अलसाई सेजों के फूलों की दुनिया, ओ दुनिया रे
अंगड़ाई तोड़े कबूतर की दुनिया, ओ दुनिया रे
के करवट ले सोई हकीकत की दुनिया, ओ दुनिया
दीवानी होती तबीयत की दुनिया, ओ दुनिया
ख्वाहिश में लिपटी जरूरत की दुनिया, ओ दुनिया रे
के इन्सान के सपनों की नियत की दुनिया, ओ दुनिया
ओ री दुनिया
ओ री दुनिया
ओ री दुनिया
ओ री दुनिया
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है
ममता की बिखरी कहानी की दुनिया, ओ दुनिया
बेहनों की सिसकी जवानी की दुनिया, ओ दुनिया
आदम के हवा से रिश्ते की दुनिया, ओ दुनिया रे
के शायर के फीके लफ्जों की दुनिया, ओ दुनिया
ओ ओ ओ, ओ ओ ओ – ओ ओ ओ, ओ ओ ओ
ग़ालिब के मोमिन के ख्वाबों की दुनिया
मज़ाजों के उन इन्कलाबों की दुनिया
ग़ालिब के मोमिन के ख्वाबों की दुनिया
मज़ाजों के उन इन्कलाबों की दुनिया
फ़ैज़ फिराक ओ साहिर ओ मखदूम
मीर की जौक की दागों की दुनिया
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है
ये दुनिया अगर मिल भी जाए तो क्या है
पलछिन में बातें चली जाती हैं-हैं
पलछिन में रातें चली जाती हैं-हैं
रेह जाता है जो सवेरा वो ढूँढे
जलते मकान में बसेरा वो ढूँढे
जैसी बची है वैसी की वैसी बचा लो ये दुनिया
अपना समझ के अपनों के जैसी उठालो ये दुनिया
छुटपुट सी बातों में जलने लगेगी, संभालो ये दुनिया
कटपिट के रातों में पलने लगेगी, संभालो ये दुनिया
ओ री दुनिया
ओ री दुनिया
वो कहे हैं की दुनिया ये इतनी नहीं है
सितारों से आगे जहान और भी है
ये हम ही नहीं है, वहाँ और भी है
हमारी हर इक बात होती वहीं हैं
हमें ऐतराज नहीं है कहीं भी
वो आलिम है, फ़ाज़िल है, होंगे सही ही
मगर फलसफा ये बिगड़ जाता है जो वो कहते हैं
आलिम ये केहता वहाँ ईश्वर है
फ़ाज़िल ये केहता वहाँ अल्लाह है
काबिल ये केहता वहाँ ईसा है
मंजिल ये केहती तब इंसान से की
तुम्हारी है तुम ही संभालो ये दुनिया
ये बुझते हुए चंद बासी चरागों
तुम्हारे ये काले इरादों की दुनिया
ओ री दुनिया
ओ री दुनिया
ओ री दुनिया
Written By: Piyush Mishra
You May Also Like